परदेश में शनिशिंगणापुर का महत्व

भारत में तो सभी श्री शनिदेव की महिमा से भली भाँति परिचित है | लेकिन क्या अजूबा है की परदेशों में भी श्री शनिदेव ने अपने भक्तो को चमत्कृत तथा उपकृत किया है | झिम्बाब्वे के अप्रवासी भारतीय श्री जयेश शहा तो शनिदेव के सामने काफी नतमस्तक होते है | और बार बार वे भारत में झिम्बाब्वे से केवल श्री शनि दर्शन के लिए ही शिंगणापुर में आते है |

हुआ यह ; श्री जयेश शहा का वहाँ आयात निर्यात का बड़ा कारोबार था , लेकिन वक्त के फेर में वे अटक गए , बिज़नेस ठप – बंद हो गया, सारी संपदा तालेबंद हुई | अंत में वे भारत मुम्बई आए , अपनी कुण्डली देखी ज्योतिष शास्त्र के आधारपर शनिदेव की आराधना हेतु शिंगणापुर आए | स्वयंभू शनिदेव की पूजन – अर्चन , अभिषेक किया ; स्थिति थोड़ी थोड़ी सुधरी , फिर अच्छा काम शुरू हुआ, फिर से कारोबार बढने लगा, पहले जैसी स्थिति झिम्बाब्वे में बन गयी | यहाँ आकर श्री शनिदेव को सब कबुल किया और सर्व प्रथम देवस्थान के लिए ८ लाख रुपये की अॅम्बुलन्स भेट दी | वे स्वयं कबूल करते है की, मेरी परिस्थिति शनिदेव के कारण ही सुधरी ; अन्यथा मै कर्जदार बनकर आत्महत्या के लिए प्रेरित हो रहा था | अब वे बार बार केवल दर्शन के लिए श्री शनैश्चर भगवान के पास झिम्बाब्वे से यहाँ आते है |

झिंबाम्बे के समान स्वित्ज़रलैंड का भी एक अनुभव हमारे हिन्दी सिनेमा के अभिनेता और विरार का सांसद श्री गोविंदा आहूजा का है | सन १९९६ में वे वहाँ शूटिंग के लिए गए थे , लेकिन पता नहीं उन्हें क्या दृष्टांत हुवा | उन्होंने वहाँ से शूटिंग छोड दी और सिधे स्वित्ज़रलैंड से शनि शिंगणापुर दर्शन के लिए आए | और अचरज की बात यह कि, दर्शन कर वे फौरन वापस स्विजरलैंड चले गए, अर्थात यह सारा श्री शनिदेव का ही करिश्मा है जो विदेशों से भी अपने भक्तो कों दर्शन के लिए ले आए है |

यहाँ केद्रं के मंत्री सुनिल दत्त भी अपना बेटा , फ़िल्म अभिनेता संजय दत्त का टाडा जेल से मुक्ति के बाद सर्व प्रथम दोनों यहाँ आए थे | प्रस्तुत देवस्थान दर्शन हेतु श्रीदेवी, अमरीश पूरी, रणधीर कपुर, रूशी कपुर , व्यंकटेश प्रसाद , गुजरात के मुक्यमंत्री मा. श्री नरेंद्र मोदी जी जैसे कई दिग्गज यहाँ आकर दर्शन से लाभान्वित हुए |

जगह

श्री शनैश्वर देवस्थान, शनी शिंगणापूर,
पोस्ट : सोनई, तालुका : नेवासा, जिल्हा : अहमदनगर
पिनकोड : ४१४ १०५. महाराष्ट्र , भारत.

गुगल मानचित्र